स्पीड कंट्रोल नहीं करेगा मर्सिडीज और BMW का देश जर्मनी
१३ जुलाई २०२२जर्मन सरकार ने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में एक नए पैकेज का एलान किया है. इस पैकेज के जरिए सरकार 2045 तक देश को कार्बन न्यूट्रल बनाना चाहती है. बुधवार को पेश किए गए पैकेज में ट्रांसपोर्ट और हाउसिंग सेक्टर पर खासा ध्यान दिया गया है.
परिवहन मंत्री फोल्कर विसिंग का कहना है कि उनका विभाग सबसे ज्यादा ध्यान इलेक्ट्रिक गाड़ियों के चार्जिंग स्टेशन, सार्वजनिक परिवहन और साइकिल लेनों की संख्या बढ़ाने पर देगा. विसिंग को आशा है कि ऐसे कदमों के कारण लोग अपनी पेट्रोल और डीजल कारें घर पर ही छोड़ सकेंगे.
विसिंग कारोबार के प्रति लचीली नीतियां बनाने वाली फ्री डेमोक्रैटिक पार्टी के सदस्य हैं. जर्मन मोटरवे पर स्पीड लिमिट के मुद्दे पर वह कहते हैं, "परिवहन मंत्री होने के नाते मुझे एक ओर तेजी से जलवायु सुरक्षा का लक्ष्य भी पाना है और दूसरी तरफ समाज के लिए आवाजाही की जरूरतों और उनकी स्वीकार्यता का भी ख्याल रखना है."
जर्मनी में ताकतवर कार लॉबी
जर्मनी का कार उद्योग पूरी दुनिया में मशहूर है. मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, ऑउडी और फोल्क्सवागेन जैसी कार कंपनियों का मुख्यालय जर्मनी में ही है. कार लॉबी को जर्मनी में बेहद ताकतवर माना जाता है. ये कंपनियां हजारों लोगों को नौकरियां देने के साथ साथ सरकार को मोटा राजस्व भी देती हैं.
पर्यावरण कार्यकर्ता लंबे समय से जर्मन ऑटोबान पर स्पीड लिमिट लागू करने के लिए मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि कानूनी रूप से स्पीड पर लगाम लगाकर कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन में फौरन बड़ी कटौती की जा सकती है. परिवहन मंत्री के मुताबिक नए पैकेज को अमल में लाकर ट्रांसपोर्ट सेक्टर का सीओटू उत्सर्जन 8.5 करोड़ टन तक लाया जा सकता है. 2021 में यह उत्सर्जन 14.8 करोड़ टन था.
जर्मन सड़कों पर कैसी होती है रफ्तार
ग्रीनपीस ने इन योजनाओं को अस्पष्ट करार दिया है. जर्मनी में फिलहाल ऑटोबान के कई बड़े सेक्शन स्पीड फ्री हैं. नो स्पीड लिमिट वाले इन हिस्सों में कई कारें 200 किमी प्रतिघंटा या इससे भी ज्यादा तेजी से भागती दिखाई पड़ती है. 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार को पार करते ही जर्मन कारें बहुत ज्यादा ईंधन पीने लगती हैं.
गाड़ी जितना ज्यादा तेल फूकेंगी, सीओटू उत्सर्जन उतना ही बढ़ेगा. जर्मनी में आमतौर पर ऑटोबान पर 100, 120, 130 और स्पीड फ्री सेक्शन होते हैं. नेशनल हाइवे पर स्पीड लिमिट 100 किमी प्रति घंटा होती है. आबादी वाले इलाकों के बाहर डबल लेन पर यह लिमिट 70 और रिहाइशी इलाके के भीतर 50 और 30 किमी प्रतिघंटा होती है.
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पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले संगठन डीयूएच का दावा है कि अगर जर्मनी ऑटोबॉन और नेशनल हाइवे पर स्पीड लिमिट 100 और 80 कर दे और रिहाइशी इलाकों में 30 किमी प्रतिघंटा, तो हर साल सीओटू उत्सर्जन 92 लाख टन घटाया जा सकता है. रफ्तार पर अंकुश लगाने से हादसे भी कम होंगे और ट्रैफिक जाम भी कम लगेगा.
ओएसजे/एमजे (एपी, डीपीए)