न्यूयॉर्क और मुंबई हमलों का अंतर कांग्रेस को नहीं सुहाया
७ मई २०११न्यूयॉर्क हमलों के लिए दोषी माने जाने वाले अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अमेरिका पाकिस्तान में अपनी मर्जी से घुस कर हमला कर सकता है लेकिन मुंबई हमलों के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भारत अगर इसी तरह की कार्रवाई करे तो वह उसे पसंद नहीं. अमेरिका ने साफ साफ ऐसे किसी हमले का समर्थन करने से इनकार किया है.
भारत की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने न्यूयॉर्क और मुंबई के हमले के दोषियों के बीच फर्क किए जाने को ज्यादा महत्व नहीं दिया है. कांग्रेस ने कहा है, "हम अपने देश की सुरक्षा के मामलों में दूसरे देश के विचारों से ज्यादा सरोकार नहीं रखते. यह उनकी राय है. हमारी कार्रवाई हमारे फैसलों और हमारी स्वतंत्र नीति पर निर्भर करती है. यह बहुत मुमकिन है कि हमारी स्वतंत्र नीतियां दूसरे देश की नीतियों से मेल खाएं लेकिन तब यह फैसला हमारा होगा." दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारो से बातचीत में यह बात कही.
कांग्रेस प्रवक्ता से अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर के आत्म रक्षा के अधिकार वाली नीति के बारे में दिए बयान पर जवाब मांग गया था. मार्क टोनर से जब पूछा गया कि अमेरिका की "आत्मरक्षा का अधिकार" वाली नीति क्या भारत और दूसरे देशों पर भी लागू होती है तो उन्होंने जवाब दिया, "मैं इस अनोखे ऑपरेशन के बारे में बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता, यह एक खास शख्स के खिलाफ था जिसने अमेरिका और पूरी दुनिया के लोगों के खिलाफ जघन्य अपराध किया था. हमने कार्रवाई की क्योंकि हम मानते थे कि वह अमेरिका के लिए साफ और बड़ा खतरा था."
26 नवंबर 2008 को मुंबई पर 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें कुल 166 लोग मारे गए थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उभ