दुनिया को ईरान के परमाणु संयंत्र दिखाने का न्योता
४ जनवरी २०११ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रमीन मेहमानपरस्त ने एक प्रेस कांफ्रेंस में इस बात की पुष्टि की. जिन छह देशों को निमंत्रण दिया गया है ये वहीं देश हैं जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चले आ रहे विवाद को कूटनीतिक तरीके से हल करने की कोशिश में जुटे हैं. इन छह देशों में रूस, चीन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन शामिल हैं. रमीन मेहमानपरस्त ने कहा कि परमाणु संयंत्रों का निरीक्षण इस्तांबुल में इन देशों के साथ ईरान की प्रस्तावित बैठक से ठीक पहले होगा.
पिछले महीने दुनिया के इन छह बड़े देशों के प्रतिनिधियों की ईरान के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में जनवरी के आखिरी में बैठक करने पर सहमति बनी थी. रमीन मेहमानपरस्त ने इस कदम को अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साथ भरोसा बढ़ाने की दिशा में उठाया गया कदम करार दिया है. उनका यह भी कहना है कि ईरान दुनिया को बताना चाहता है कि वह अपना परमाणु कार्यक्रम पूरी पारदर्शिता के साथ चला रहा है.
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को आशंका है कि ऊर्जा पैदा करने के नाम पर चल रहे ईरान के परमाणु कार्यक्रम का असली मकसद परमाणु बम बनाना है. हालांकि ईरान इससे साफ इनकार करता है. ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. ईरान पर दबाव बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के सहयोगी देशों ने कड़े प्रतिबंध भी लगा रखे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार