तेलंगाना के लिए इस्तीफों की झड़ी
६ जुलाई २०११जिन 101 विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उनमें से 12 कांग्रेस के हैं. राज्य विधानसभा में 119 विधायक तेलंगाना क्षेत्र से आते हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस के आंध्र प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया.
आजाद ने बाद में कहा कि राज्य के विधायकों और सांसदों के लिए बातचीत का रास्ता खुला हुआ है और जिन लोगों ने इस्तीफा दिया है, उनके लिए भी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं.
अलग तेलंगाना राज्य के लिए मुहिम चला रहे सांसद चंद्रशेखर राव और उनकी सहयोगी फिल्म कलाकार विजया शांति ने लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को अपने इस्तीफे फैक्स कर दिए.
राज्य विधानसभा से कांग्रेस और टीडीपी के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही तेलंगाना से नाता रखने वाले सभी टीडीपी विधायकों ने त्यागपत्र दे दिया, जबकि सीपीआई के चार और दो बीजेपी विधायकों ने भी अलग तेलंगाना राज्य के मुद्दे पर पद छोड़ दिया है. बीजेपी के राज्य प्रमुख विधायक जी किशन रेड्डी और उनके सहयोगी वाई लक्ष्मीनारायण ने मंगलवार शाम इस्तीफा दिया.
इसके साथ ही राज्य विधानसभा से कांग्रेस के 42 विधायकों ने त्यागपत्र दे दिया है, जिनमें दो फिल्म अभिनेता चिरंजीवी के प्रजाराज्यम पार्टी के भी हैं. तेलंगाना के सभी 37 टीडीपी विधायक भी पद छोड़ चुके हैं.
आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दामोदर राजनरसिंह सहित कांग्रेस के नौ विधायकों ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः एन रंजन