डेम्यान्युक के प्रत्यर्पण का रास्ता साफ़
२ मई २००९तीन जजों की एक पीठ द्वारा दिए गए इस फ़ैसले के तहत इस दलील को नामंज़ूर कर दिया गया कि 89 वर्षीय सेवानिवृत्त कारनिर्माण-कर्मिक डेम्यान्युक का स्वास्थ्य इतना ख़राब है कि उस पर जर्मनी में मुक़दमा चलाए जाने या उसे जेल में रखे जाने का कष्ट उसके लिए यातना के बराबर होगा. डेम्यान्युक पर 29,000 लोगों की हत्या में सहायता करने के आरोप हैं.
म्युनिख़ में जारी एक गिरफ़्तारी वॉरंट में आरोप लगाया गया है कि वह 1943 में नात्सी अधिकृत पोलैंड में एक कैंप गार्ड था. डेम्यान्युक का कहना है कि वह एक युद्धबंदी था. शुक्रवार के फ़ैसले के बाद डेम्यान्युक के पुत्र जॉन डेम्यान्युक जूनियर ने एक ईमेल में कहा कि क़ानूनी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, जिनमें सुप्रीम कोर्ट में अपील का विकल्प भी शामिल है. फ़िलहाल यह संकेत नहीं मिला है कि अमरीकी आप्रवास अधिकारी डेम्यान्युक को जर्मनी भेजने की कार्रवाई कब अंजाम देंगे.
14 अप्रैल को अमरीकी अधिकारी डेम्यान्युक को जर्मनी रवाना करने के लिए, उसे व्हीलचेयर पर उसके घर से बाहर लाए थे, लेकिन अपील-अदालत ने तब वह कार्रवाई रोक दी थी. बाद में सरकारी वकीलों ने अदालत में 6 अप्रैल का एक विडियो पेश किया, जिसमें डेम्यान्युक बिना सहायता के चलता हुआ एक डॉक्टर के कार्यालय जाता दिखाई दिया.
डेम्यान्युक के पुत्र जॉन डेम्यान्युक जूनियर ने कहा था कि उनके पिता निर्दोष हैं, "वह एक भी हत्या के दोषी नहीं हैं, 29,000 की तो बात ही छोड़ दें. समाचार-माध्यमों में या और कहीं भी, बिल्कुल कोई प्रमाण नहीं उभरा है कि उनका एक भी हत्या में उलझाव था, 29,000 हत्याओं में सहायता करने की बात तो एक तरफ़." यूक्रेन में जन्मे आरोपी डेम्यान्युक का कहना है कि वह निर्दोष है.
1988 में इज़रायल में उस पर चलाए गए एक मुक़दमे मेंमृत्युदंड सुनाया गया था, लेकिन बाद में वहां की सुप्रीम कोर्ट ने उस फ़ैसले को पलट दिया था. सोवियत संघ के पतन के बाद अमरीका-सरकार ने नए प्रमाणों के आधार पर उसके ख़िलाफ़ फिर अभियोग दर्ज किए. 2002 में उसकी अमरीकी नागरिकता रद्द कर दी गई. जर्मनी ने 11 मार्च को डेम्यान्युक की गिरफ़्तारी का वॉरंट जारी किया - इस आरोप में कि उसने 29,000 यहूदियों की हत्या की थी.
शुक्रवार को डेम्यान्युक जूनियर ने अपनी ईमेल में कहा कि उनके पिता को जर्मनी भेजने का फ़ैसला अमानवीय है, चाहे अदालत ने उसे क़ानूनी बताया है. आरोपी डेम्यान्युक का कहना है कि उसकी रीढ़ की हड्डी में, कूल्हे में और टांगों में दर्द है, और कि वह गुर्दे की बीमारी सहित कई रोगों से पीड़ित्त है.
रिपोर्ट: गुलशन मधुर, वाशिंग्टन
संपादन: महेश झा