ट्रेन हादसे पर मुझे शक हैः ममता
१९ जुलाई २०१०दुर्घटनाग्रस्त इलाके का दौरा करने से पहले ममता बनर्जी ने कोलकाता में रिपोर्टरों से कहा, "दुर्घटना की वजह के प्रति मुझे शक हो रहा है. हमारे दिमाग में कुछ शक है. जो कुछ हुआ है, वह साधारण नहीं है. जो लोग भी इसके पीछे हैं, उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे."
ममता से जब दुर्घटना की वजहों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने यह जवाब दिया. इससे पहले ममता बनर्जी के मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी ने भी कहा था कि हादसे के पीछे तोड़ फोड़ की वजह हो सकती है.
सोमवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में साइंथिया रेलवे स्टेशन के पास उत्तरबंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस में टक्कर हो गई, जिसकी वजह से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई. कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
पैसेंजर ट्रेन जिस वक्त साइंथिया स्टेशन से रवाना होने वाली थी, तभी एक्सप्रेस ट्रेन से उसकी टक्कर हुई. झटका इतना जबरदस्त था कि ट्रेन का एक डिब्बा उड़ कर पास के पुल से जा टकराया. पश्चिम बंगाल सरकार का कहना है कि शुरुआती नजर में किसी तरह के तोड़ फोड़ की आशंका नहीं है. दो महीने के अंदर राज्य में यह दूसरी बड़ी ट्रेन दुर्घटना है.
इससे पहले मई में मुंबई की एक ट्रेन में हुए हादसे में 150 लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस का कहना है कि माओवादियों ने तब रेलवे की पटरी उखाड़ दी थी, जिसकी वजह से हादसा हुआ. ताजा हादसे के बाद रेल मंत्री ममता बनर्जी ने मरने वालों को पांच पांच लाख और घायलों को एक एक लाख रुपये की सहायता का एलान किया है. दुर्घटनास्थल पर राहत के लिए बड़ी मशीनें बुलाई गई हैं.
भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रेल तंत्र है और यहां हर रोज करीब दो करोड़ लोग रेल से सफर करते हैं. हालांकि हर साल छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं लेकिन पिछले सालों में भारत में रेल हादसे कम हुए हैं. भारत में सबसे बड़ा रेल हादसा 1981 में हुआ था, जब बिहार में एक ट्रेन नदी में जा गिरी थी. कम से कम एक हजार लोगों की मौत हो गई थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/उज्ज्वल भट्टाचार्य
संपादनः एस गौड़