जेलखाने से बचा पोप का बटलर
६ अक्टूबर २०१२यह भी संभावना जताई जा रही है कि पाओलो को पोप माफ कर दें. पाओलो की वकील क्रिस्टियाना आरू ने कहा कि वैटिकन के वकीलों ने शर्त मान ली है. चूंकि वैटिकन में कोई जेल नहीं है इसलिए गाब्रिएले को इटली की जेल में जाना पड़ता.
पाओलो गाब्रिएले पर वैटिकन के गोपनीय दस्तावेज लीक करने का आरोप था और इसी मामले में उन पर मुकदमा भी चलाया जा रहा था. यह वैटिकन के इतिहास के सबसे सनसनीखेज मुकदमों में एक है.
वैटिकन के प्रवक्ता ने कहा कि बहुत संभव है कि पोप गाब्रिएले को माफी दे दें जिसका मतलब होगा कि उन्हें सजा काटने की जरूरत नहीं.
गाब्रिएल ने स्वीकार कर लिया कि वह संवेदनशील दस्तावेजों के लीक होने का सूत्र थे. इन कागजों में वैटिकन के व्यावसायिक करार में धांधली के सबूत थे. पाओलो गाब्रिएले ने कहा, "मुझे जो महसूस होता है कि यह काम मैंने चर्च, यीशू और चर्च में काम करने वालों के प्रति मेरे प्यार के कारण किया है. मैं फिर कहना चाहूंगा कि मैं चोर नहीं हूं."
विपक्ष ने तीन साल कैद की सजा की मांग की थी जबकि गाब्रिएले के वकील ने आरोप कम करने की मांग की और अपील की कि उसे छोड़ दिया जाए. जज ने कहा कि उन्होंने गाब्रिएले को कम सजा इसलिए दी है कि उसके नाम पर पहले कोई अपराध दर्ज नहीं है.
पाओलो गाब्रिएले वैटिकन के बेहद करीबी सदस्यों में से एक थे जो पोप के कमरे में जा सकते थे. 10 से भी कम लोगों के पास उस लिफ्ट की चाबी है जो सीधे पोप के अपार्टमेंट में खुलती है. पोप से जुड़े मामलों को अक्सर गोपनीय ही रखा जाता है. जिन दस्तावेजों को गाब्रिएल ने अखबारों को लीक किया उसमें चर्च के कारोबार में अनियमितता के सबूत थे.
एएम/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)