चीन ने 128 अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर निशाना लगाया
२ अप्रैल २०१८चीन ने एलान किया है कि वह अमेरिकी से आने वाले मांस, फलों, मेवे और अन्य प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाएगा. इस तरह करीब 3 अरब डॉलर के अमेरिकी प्रोडक्ट्स चीन में मंहगे हो जाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने व्यापार असंतुलन के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते हुए चीन के कुछ प्रोडक्ट्स पर शुल्क बढ़ाया था. ट्रंप ने नई नीतियों के तहत 23 मार्च से विदेशी स्टील पर 25 फीसदी और एल्युमिनियम पर 10 फीसदी टैक्स बढ़ाया था. यूरोपीय संघ समेत कई देशों को नए टैक्स से छूट दी गई, लेकिन चीन के प्रति अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोई नरमी नहीं दिखाई.
चीन ने चेतावनी देते हुए कहा था कि वह अमेरिका के खिलाफ भी ऐसे ही कदम उठाएगा. अब चीन ने कार्रवाई शुरू कर दी. चीन की कस्टम टैरिफ कमीशन 128 अमेरिकी उत्पादों को निशाना बनाने जा रहा है. चीन सूअर के मांस समेत आठ अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैक्स लगाएगा. फलों और मेवों समेत बाकी 120 प्रोडक्ट्स पर 15 फीसदी ज्यादा शुल्क लगाया जाएगा. यानि अब ये अमेरिकी प्रोडक्ट्स चीन में महंगे हो जाएंगे. बहुत मुमकिन है कि महंगे प्रोडक्ट्स चीन में न बिकें, इससे अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होगा, जिसकी मार अमेरिकी किसानों और कर्मचारियों पर भी पड़ेगी.
शुल्क बढ़ाने का एलान करते समय चीन ने बयान भी जारी किया. बयान में चीन ने अमेरिका पर विश्व व्यापार संगठन के सिद्धांतों को "गंभीर उल्लंघन" करते हुए चीनी हितों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. अमेरिका चीन से आने वाले 50 अरब डॉलर के माल पर भी ज्यादा टैक्स लगाने की धमकी दे चुका है. ट्रंप ने चीन पर बौद्धिक संपदा चुराने का आरोप लगाते हुए ड्यूटी बढ़ाने की चेतावनी दी है.
दुनिया भर में सूअर के मांस की सबसे ज्यादा खपत चीन में है. माना जा रहा है कि चीन में लगाए गए शुल्क का असर अमेरिकी पोर्क उद्योग पर पड़ेगा. चीन में मांग गिरने से अमेरिकी निर्यातक पहले दी दबाव में हैं. अमेरिका ने 2017 में चीन को 1.1 अरब डॉलर के पोर्क प्रोडक्ट्स बेचे थे.
2016 में अमेरिका और चीन के बीच सालाना कारोबार 578.2 अरब डॉलर का था. इस दौरान अमेरिका ने 115.6 अरब डॉलर का निर्यात किया था और चीन से 462.6 अरब डॉलर का सामान खरीदा था. अमेरिका ने 347.0 अरब डॉलर का व्यापार घाटा उठाया. अमेरिका दुनिया में चीन के सामान का सबसे बड़ा बाजार है.
ओएसजे/एनआर (एपी, डीपीए, एएफपी)