गांधी परिवार को चमकाने पर करोड़ों का खर्चः आडवाणी
११ जुलाई २०११कोलकाता में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 110वीं जयंती के मौके पर आडवाणी ने कहा कि देश में 450 केंद्रीय परियोजनाएं नेहरू, इंदिरा गांधी या राजीव गांधी के नाम पर चल रही हैं. उनके मुताबिक, "एक फैमली ब्रांड को चमकाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. क्या यह लोकतंत्र है. लोकतांत्रिक शासन को वंशवादी शासन में तब्दील किया जा रहा है."
उन्होंने मुखर्जी को ऐसा सैनिक बताया जिसने अपना जीवन देश की एकजुटता के लिए कुरबान कर दिया. आडवाणी ने कहा, "उनका जन्मदिन 6 जुलाई को था. लेकिन क्या ऑल इंडिया रेडियो ने इस मौके पर कोई खास कार्यक्रम प्रसारित किया. इससे लगता है कि देश की आजादी और उसके बाद होने वाले विकास का श्रेय किसी और को नहीं, बल्कि सिर्फ एक परिवार को जाता है."
आडवाणी ने कहा कि उन्होंने एक बार भारतीय संसद के भीतर कहा कि पांच नई परियोजनाएं नेहरू, इंदिरा और राजीव के नाम पर शुरू की गई हैं. पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी के मुताबिक, "मैंने सदन में मौजूद प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) से पूछा कि क्या देश में और कोई नहीं है जिसके नाम पर परियोजना का नाम रखा जा सके. मैंने उनसे कहा कि अगर आपको कोई नहीं मिलता है तो आप उस प्रधानमंत्री के नाम पर परियोजना का नाम क्यों नहीं रखते जिन्होंने आपको वित्त मंत्री बनाया था."
आडवाणी ने कहा कि डॉ. बी आर अंबेडकर के साथ मुखर्जी संविधान का मसौदा तैयार करने से जुड़े रहे, लेकिन उन्होंने कभी कश्मीर के लिए अलग संविधान के विचार को स्वीकार नहीं किया. पूर्व बीजेपी अध्यक्ष आडवाणी ने कहा, "1953 में जम्मू कश्मीर का तिरंगे से अलग ध्वज था. श्यामा प्रसाद ने जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की मुहिम चलाई जहां बहुत से लोगों की जानें गईं." उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन संविधान में मौजूद धारा 370 खत्म हो जाएगी. इसी के तहत जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा हासिल है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन