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खेल मंत्री पर बरसे बर्खास्त कलमाड़ी

२६ जनवरी २०११

दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स की आयोजन समिति के पद से बर्खास्त किए गए सुरेश कलमाड़ी ने खेल मंत्री अजय माकन पर हमला बोला है. कलमाड़ी ने अपनी बर्खास्तगी को 'गैरकानूनी और मनमाना' फैसला करार दिया है.

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तस्वीर: UNI

खेल मंत्री के पद पर बहाली के बाद अजय माकन ने पहला बड़ा फैसला यही किया कि सुरेश कलमाड़ी और आयोजन समिति के महासचिव ललित भनोट को बर्खास्त कर दिया. अजय माकन ने बर्खास्तगी के पीछे दलील दी है कि इससे आयोजन में छह अरब डॉलर के घोटाले की उचित तरीके से जांच की जा सकेगी.

इस फैसले पर बिफरे कलमाड़ी ने कहा है, "आदेश मिलने के बाद मुझे आघात पहुंचा है. आयोजन समिति के अध्यक्ष पद पर से मुझे गैरकानूनी और मनमाने तरीके से हटाया गया है." कलमाड़ी ने इस बारे में खेल मंत्री अजय माकन को एक पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने दलील दी है कि उन्होंने सीबीआई और मामले की जांच कर रही दूसरी एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग किया है.

क्या कहते हैं कलमाड़ी

कलमाड़ी का कहना है कि भारतीय ओलंपिक संघ ने 2004 में उनकी नियुक्त आयोजन समिति के अध्यक्ष पद पर की थी और खेल मंत्रालय को इस बात का अधिकार नहीं है कि वह उन्हें बर्खास्त कर सके. ओलंपिक संघ के अध्यक्ष भी खुद सुरेश कलमाड़ी ही हैं. कलमाड़ी ने कहा, "भारतीय ओलंपिक संघ एक स्वायत्त संगठन है और ओलंपिक चार्टर के मुताबिक सरकार इसके कामकाज में दखल नहीं दे सकती."

अक्टूबर में हुए खेलों के शुरु होने से बहुत पहले ही घोटाले की खबरें सामने आने लगी थीं. पहला मामला लंदन में हुई क्वीन्स बेटन रैली से जुड़ी सामने आया. इसके बाद अगस्त में आयोजन समिति के तीन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया. भारत के भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने आयोजन के लिए ठेके देने में और गेम्स के कई प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर घोटाले की ओर इशारा किया. इन घोटालों की बात सामने आने के बाद आयोजन समिति का कार्यकाल खेलों के बाद आगे बढ़ा दिया गया जिससे कि इन मामलों की जांच की जा सके.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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