कैसे पूरा करें न्यू ईयर रेज्योल्यूशन
१ जनवरी २०११नए साल के मौके पर किए गए संकल्पों को पूरा करना कई बातों पर निर्भर करता है. सबसे पहली बात है कि आपका इरादा क्या है. बर्लिन की फ्री यूनिवर्सिटी में मनोवैज्ञानिक हांस-वेर्नर रयूकेर्ट कहते हैं, "नए साल पर होने वाली पार्टी ही असल में कई बार आपके संकल्प को तोड़ने की नींव रख देती है. आप अकसर शराब के सुरूर में बड़े बड़े वादे करते हैं. हो सकता है कि वाकई आप अपनी कुछ आदतों को बदलना चाहते हैं लेकिन इसका एलान पार्टी में न करें बल्कि ईमानदारी के साथ खुद से वादा करें."
यह बात भी ठीक नहीं है कि आप दूसरों की देखा देखी कोई न्यू ईयर रेज्योल्यूशन बनाएं. रयूकेर्ट नसीहत देते हैं, "आपका संकल्प तभी सच में बदल सकता है जब प्रेरणा खुद आपके भीतर से आए. बाहरी दबाव में अकसर ऐसे काम नहीं होते हैं." नए साल पर खुद से किए वादों को पूरा करने के लिए आपको बाकायदा एक प्लान बनाने की जरूरत है. इसकी पहली कड़ी है कि आप अपनी स्थिति का मूल्यांकन करें. मान लीजिए आपको अपना वजन घटाना है तो जरूरी है कि आप उन चीजों की लिस्ट तैयार करें जिनसे आपको दूर रहना है. जर्मन राज्य नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया के उपभोक्ता संरक्षण कार्यालय से जुड़े मैकथिल्ड विंकेलमन कहते हैं, "यह प्लान आपको बता सकता है कि आप किस दिशा में जा रहे हैं और किस दिशा में जाना चाहते हैं."
इसी तरह आप नियमित रूप से कसरत को भी अपने रुटीन का हिस्सा आसानी से बना सकते हैं. मसलन आप तय कर लें कि हफ्ते में कब और कितनी एक्सरसाइज करनी है और कितना वक्त आप उसे दे सकते हैं. कई जानकार यह भी मानते हैं कि अपने रेज्योल्यूशन को "वजन घटाना है" या फिर "ज्यादा कसरत करनी है", इस तरह परिभाषित न करें. इसकी बजाय आपको एक ठोस प्लान बनाने की जरूरत है जो तय करेगा कि आप कितने समय में अपना कितने किलोग्राम वजन घटाना चाहते हैं और इसके लिए आपको कितनी कसरत करनी होगी.
सबसे बुनियादी बात है कि आप ऐसे लक्ष्य तय करें जिसे पाना आपके बस में हो. वरना नए साल पर लिया नया संकल्प आपको निराशा और कुंठा के सिवा कुछ नहीं दे सकता. जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में एक मनोवैज्ञानिक हाइको शुल्त्स का कहना है, "आप क्या हासिल कर सकते हैं, यह आपकी सामर्थ्य पर निर्भर करता है. साथ ही यह बात भी मायने रखती है कि आप अपनी योग्यताओं को कितना सही तरह समझते हैं."
कोई भी प्लान आप छह महीने के लिए ही बनाएं. आपको एक बड़ा लक्ष्य तय करना चाहिए लेकिन इस बड़े लक्ष्य तक पहुंचने से पहले कई छोटे लक्ष्य भी होने चाहिए. यानी आप एक एक सीढ़ी चढ़ते हुए बड़े लक्ष्य को हासिल करें. इस पूरी प्रक्रिया में सकारात्मक सोच और ऊर्जा बेहद जरूरी है. वैसे नाकामी भी कामयाबी का हिस्सा है. शुल्त्स का कहना है, "मेरा अनुमान है कि नए साल पर तय किए गए 20 प्रतिशत संकल्प ही पूरे हो पाते हैं." लेकिन अगर आप अपने लक्ष्य की तरफ ध्यानकेंद्रित होते हुए आगे बढ़ेंगे तो यकीन मानिए 2011 के लिए तय किए गए संकल्प को पूरा कर ही लेंगे.
रिपोर्टः डीपीए/ए कुमार
संपादनः एस गौड़