कस्तूरबा धाम से बापू की धरोहरें चोरी
२३ जून २०१०राजकोट के पास कस्तूरबा धाम में गांधी जी की कुछ निजी वस्तुओं की प्रदर्शनी लगी थी जिसमें से कुछ वस्तुएं गायब हो गई हैं. अब कस्तूबा धाम के दो ट्रस्टियों पर आरोप है कि उन्होंने ये चीजें गायब की और अमेरिका में इनकी बोली लगाई.
इस मामले में कस्तूरबा धाम के मैनेजर जयसिंह राठौर ने एक शपथपत्र जॉइन्ट चैरिटी कमिश्नर को सौंपा है. राठौर ने आरोप लगाया है कि ट्रस्टी प्रवीण आह्या ने बापू के लेख गायब किए और उनको अमेरिका में बेच दिया. दूसरे ट्रस्टी विभाकर वाच्छारजनी पर उन्होंने आह्या को सहायता करने का आरोप लगाया है.
राठौर का दावा है कि इन दोनों ट्रस्टियों ने महात्मा गांधी के चश्मे, सैंडल, प्लेट और बाउल बेच दिए. कस्तूरबा धाम गुजरात में त्रांबा के पास है जहां आज़ादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी की पत्नी को नज़रबंद रखा गया था. अब इसे संग्रहालय बना दिया गया है और गांधी की जी कई वस्तुएं यहां रखी हुई हैं.
इस बीच ट्रस्ट्री विभाकर ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है लेकिन ये बात मानी है कि फिलहाल ये चीज़ें कस्तूरबा धाम में नहीं हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पहले गांधी जी ये निजी वस्तुएं वहां रखी थीं या नहीं इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ओ सिंह