कश्मीर के वार्ताकारों ने गृहमंत्री को रिपोर्ट सौंपी
२ नवम्बर २०१०दिल्ली में गृहमंत्री से मुलाकात के बाद वार्ताकारों कमेटी के मुखिया दिलीप पडगांवकर ने कहा कि मामले का हल निकलने की पूरी उम्मीद है हालांकि उन्होने ये भी माना कि उनके पास कोई जादूई फॉर्मूला नहीं है.तीन सदस्यों की इस कमेटी ने आज चिदंबरम से मुलाकात कर अपनी रिपोर्ट सौंपी और वहां के हालात के बारे में गृहमंत्री को जानकारी दी.
समचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में दिलीप पडगांवकर ने रिपोर्ट में क्या है इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी उन्होने बस इतना कहा,"ये वार्ताकार के रूप में हमारी कश्मीर की पहली यात्रा थी, हमने अपने सुझाव दे दिए हैं. इस मामले को सरकार और वार्ताकारों के बीच में ही रहने देना चाहिए."
ये पूछे जाने पर कि अब उनकी अगली कश्मीर यात्रा कब होगी या फिर क्या वो अलगाववादी गुटों से बात करेंगे, पडगांवकर ने कहा, "हमारे पास कोई जादुई फॉर्मूला नहीं है, सिवाए इसके कि अलगाववादियों को बातचीत की मेज पर लाने की कोशिश की जाए."
कश्मीर में पिछले जून से ही भारी अशांति है. पुलिस की गोली से एक किशोर की मौत के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों से राज्य की हालत बिगाड़ दी है. रोज रोज के कर्फ्यू और बंद ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. इन विरोध प्रदर्शनों में अब तक 111 लोगों की जान गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे से ठीक पहले उग्रवादियों ने भी हलचल बढ़ा दी है. सोमवार से अब तक हुए अलग अलग मुठभेड़ों में छह उग्रवादी मारे गए हैं. सुरक्षा बलों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी का ध्यान खींचने के लिए उग्रवादी कोई बड़ा हमला कर सकते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य