कछुए की खाल तोड़ने वाले दांत
१२ नवम्बर २०१३उत्तर पश्चिमी क्वींसलैंड के रिवर्सली जीवाश्म क्षेत्र में चूना पत्थर के नमूनों के बीच इस जीव का एक दांत वैज्ञानिकों को खुदाई के दौरान मिला. इस दांत की अब पहचान कर ली गई है. कहा जा रहा है कि लाखों साल पुराने चौड़ी चोंच, जालीदार पैर और पूंछ वाले जिन जीवों की बात होती रही है, उनकी एक से ज्यादा प्रजातियां अस्तित्व में रही होंगी. वैज्ञानिकों के मुताबिक इन दातों से यह बात साफ हो गई है. इन जीवों को प्लेटिपस नाम दिया गया है.
न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में जीवाश्मिकी की छात्रा रेबेका पियान ने नई प्रजाति को ओब्दुरोडॉन थाराल्कूशिल्ड नाम दिया है. इससे पहले वैज्ञानिकों ने यही समझा था कि पृथ्वी पर प्लेटिपस की केवल एक ही प्रजाति रहती थी जिसका आकार समय गुजरने के साथ छोटा होता चला गया. हालांकि अब नई जानकारियां मिलने के बाद जो तस्वीर उभर रही है उससे लगता है कि करीब एक मीटर लंबा मांसभक्षी प्लेटिपस ऑस्ट्रेलिया के उत्तर पश्चिमी इलाके में कोई 1.5 करोड़ साल पहले रहा करता था. कम से कम 50 लाख साल पहले यह जीव पृथ्वी से लुप्त हो गया.
पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में मिलने वाला आधुनिक प्लेटिपस एक अंडे देने वाला स्तनधारी है जिसकी बत्तख जैसी चोंच, बीवर जैसे जालीदार पैर और उदबिलाव जैसी खाल होती है. यह जीव अपने प्रागैतिहासिक पूर्वजों की तुलना में आधे आकार का है. नर प्लेटिपस के पिछले पैरों में जहरीले कांटे होते हैं.
वैज्ञानिकों की इस खोज की रिपोर्ट अमेरिकी जर्नल वर्टिब्रेट पेलेंटियोलॉजी में छपी है और इसमें यह भी बताया गया है कि इन विशाल मांसभक्षियों का आहार क्या था. ऑस्ट्रेलिया की न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर सुजाने हैंड इस रिपोर्ट की सहलेखिका है, उन्होंने बताया है, "प्लेटिपस की दूसरी प्रजातियों की तरह यह भी संभवतया मुख्य रूप से पानी में ही रहते थे. हमारा मानना है कि यह ना सिर्फ नदी में मिलने वाले केकड़ों और कड़ी खोल वाले दूसरे जीवों को बल्कि मेंढक, छोटी मछलियों और कछुओं को भी खाते थे." खोज के दौरान मिले दांत के आधार पर वैज्ञानिक मान रहे हैं कि यह जीव कछुओं की खाल को भी अपने दांतों से फोड़ने में सक्षम था.
प्लेटिपस का सबसे पुराना जीवाश्म दक्षिण अमेरिका में 6.1 करोड़ साल पुरानी चट्टानों के बीच मिला था. रेबेका पियान ने बताया, "प्लेटिपस की एक नई प्रजाति के बारे में भले ही अभी अधूरी जानकारी ही मिली हो लेकिन इन दिलचस्प स्तनधारियों के बारे में हमारी समझ के लिहाज से यह बेहद अहम हैं."
एनआर/ओएसजे (डीपीए)