'ओसामा की मौत से पाक की सकारात्मक छवि बने'
३ मई २०११गिलानी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से टेलिफोन पर बात करते हुए कहा कि विश्व के 'मोस्ट वॉन्टेड' आदमी के पकड़े जाने को लेकर लोगों को एक सकारात्मक संदेश भेजा जाना चाहिए. उन्होंने कैमरन से कहा कि 'उंगली उठाने की बजाए पाकिस्तान के बारे में सकारात्मक संदेश भेजे जाने चाहिएं.'
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में उग्रवाद और आंतकवाद को खत्म करने में आम जनता की सहमति पाने के लिए 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की भूमिका माननी पड़ेगी.' पाकिस्तान में प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा, "ओसामा बिन लादेन के पकड़े जाने के बाद कैमरन ने गिलानी से फोन पर बात की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान का साथ देने का वादा किया." गिलानी ने जवाब में कहा, 'पाकिस्तान सरकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर वचनबद्ध है' और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने में पाकिस्तान हर तरह से अपना योगदान देगा.
आलोचना से ब्रिटेन को खेद
कैमरन के मीडिया बयान के मुताबिक बिन लादेन की मौत के बाद पाकिस्तान के रवैये को लेकर आलोचनात्मक बातों से उन्हें खेद हुआ लेकिन उन्होंने गिलानी से कहा कि ब्रिटेन 'पाकिस्तान में जमीनी हकीकत समझता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की अहम भूमिका का उसे एहसास है.' कैमरन ने उम्मीद जताई कि बिन लादेन की मौत के बाद अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में आसानी आएगी.
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए अमेरिका की तरफ से विशेष दूत मार्क ग्रोसमैन से बात करते हुए गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से 'सकारात्मक और रचनात्मक' संकेत भेजे जाने चाहिए. बिन लादेन के मारे जाने के सिलसिले में 'संवेदनशीलताओं और स्थिति को ध्यान में रखते हुए उसे कोई दूसरा मतलब देने से बचना होगा.' गिलानी ने ग्रोसमैन से कहा कि बिन लादेन की मौत के बाद ओबामा के संदेश के लिए वे आभारी है. ओबामा ने अपने भाषण में कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान की भूमिका को सराहा जिससे बिन लादेन के घर और छिपने की जगह के बारे में पता लगाया जा सका.
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक अन्य बयान में गिलानी ने कहा कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कोशिशों का सहयोग करेगा. इस सिलसिले में दूसरे देशों की खुफिया एजेंसियों और अमेरिका के साथ संपर्क बना लिए गए हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः आभा एम