ऑस्ट्रेलियाई ओपन से हेनिन बाहर
२१ जनवरी २०११मई 2008 में हेनिन दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी के ओहदे से नीचे उतरीं लेकिन जनवरी 2010 में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में जगह बनाने के साथी ही ये रूतबा दोबारा हासिल कर लिया. 2005 के विम्बल्डन के पहले दौर में बाहर होने के बाद से शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई ओपन से उनकी विदाई अब तक की सबसे बड़ी हार है. पिछले साल विम्बलडन में किम क्लाइस्टर्स के साथ मुकाबले के दौरान उनकी कोहनी में लगी चोट से वो अभी तक पूरी तरह से उबर नहीं पाई हैं. 28 साल की हेनिन करीब एक साल तक मैदान से बाहर रहने के बाद इसी महीने कोर्ट पर वापस लौटी हैं.
हार के बाद हेनिन ने कहा,"मुझे कोई अफसोस नहीं है, आज का खेल मेरे लिए आसान नहीं था, मेरे करियर के लिहाज से ये कोई बहुत खास दिन नहीं था, मुझे उम्मीद है कि अगली बार मैं बेहतर स्थिति में रहूंगी."
हेनिन हार जरूर गईं लेकिन कुजनेत्सोवा के लिए ये जीत इतनी आसान नहीं थी. हेनिन ने दूसरे सेट के टाइब्रेकर में तीन मैच प्वाइंट बचाए इसके साथ ही दो डबल फॉल्ट भी हिट किए. दो बार की ग्रैंड स्लैम विजेता कुजनेत्सोवा दो बार अपनी सर्विस को जीत में बदलने में नाकाम रही पर आखिरकार चौथे सेट में उन्होंने जीत हासिल कर ली.
हेनिन ने ये भी कहा कि कोर्ट पर आने से पहले ही उन्हें ये पता था कि वो पूरी तरह से ठीक नहीं हैं. हेनिन ने बताया कि पिछले तीन दिनों में अपनी कोहनी को ठीक करने के लिए जो कुछ भी हो सकता था उन्होंने किया वो ठीक तो रही लेकिन पूरी तरह से नहीं. कुजनेत्सोवा के खेल के बारे में हेनिन ने कहा,"स्वेत्लाना ने अच्छा खेला. मेरे मुकाबले वो काफी ज्यादा आक्रामक थी, आज की जीत का पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है."
हेनिन ने हार की वजह अपनी चोट के पूरी तरह से ठीक न होने को बताई है और उन्हें उम्मीद है कि जल्दी ही वो उससे उबर कर दोबारा अपनी लय में आ जाएंगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी