इस्तीफा नहीं देंगे येदियुरप्पा
२३ जनवरी २०११जमीन घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे येदियुरप्पा ने अपना पद छोड़ने से साफ मना कर दिया है. एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, "मैं ऐसा क्यों करूं? अगर कोई (मुख्यमंत्री के खिलाफ) शिकायत दर्ज करता है, तो क्या किसी ने अब तक इस्तीफा दिया है? मैं ऐसा क्यों करूं?" हालांकि एक पत्रकार के सवालों से वह मुकर गए जब पत्रकार ने 1997 में चारा घोटाले के आरोपों में बिहार के तब के मुख्यमंत्री लालू यादव के इस्तीफे की बात की. 1997 में लालू के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था.
उधर बीजेपी प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने भी येदियुरप्पा के साथ समर्थन जताते हुए कहा कि राज्यपाल भारद्वाज मामले की तहकीकात खुद करने की कोशिश कर रहे हैं और यह असंवैधानिक है. "राज्यपाल भारद्वाज खुद ही शिकायकर्ता की भूमिका निभा रहे हैं और वह जांच भी कर रहे हैं. उनकी कार्रवाई सरकारी वकील की तरह है और वह इस मामले में खुद ही जज हैं. क्या लोकतंत्र में इस स्तर की असंवैधानिकता को देखा गया है?"
रूडी ने कहा कि येदियुरप्पा इन आरोपों के बावजूद अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे. पार्टी कार्यकर्ता राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से 24 जनवरी को मुलाकात कर रहे हैं जहां वे राज्यपाल भारद्वाज को वापस बुलवाने की मांग करेंगे.
रूडी का कहना है कि राजपाल को हार माननी ही पड़ेगी." हमने ऐसे मामले पहले भी देखे हैं, जैसा कि झारखंड में राजपाल सिब्ते रजी, बिहार में बूटा सिंह और गोवा में एससी जामीर. उन सब को मूंह की खानी पड़ी." रूडी ने भारद्वाज पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2010 में कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लागू करने का सुझाव दिया था. रूडी का कहना है कि इस सुझाव के खारिज हो दाने के बाद अब सरकार को अस्थिर करना भारद्वाज की चाल है.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः एन रंजन