इतिहास में आज: दस फरवरी
८ फ़रवरी २०१४बॉक्सिंग रिंग में दमदार मुक्के के लिए मशहूर बॉक्सर माइक टाइसन अपने जीवन में भी कई विवादों के लिए जाने जाते हैं. पूर्व विश्व हैवीवेट चैंपियन माइक टाइसन बचपन से ही विवादास्पद चरित्र के व्यक्ति रहे हैं. 1991 में माइक टाइसन को सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाली एक प्रतियोगी से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. डेसिरी वॉशिंगटन नाम की सुंदरी ने टाइसन पर बलात्कार का आरोप लगाया था. हालांकि टाइसन का कहना था कि उस वक्त जो हुआ वह आपसी सहमति से हुआ था. पुलिस ने टाइसन को जुलाई 1991 में गिरफ्तार किया. 26 जनवरी 1992 से लेकर 10 फरवरी 1992 तक टाइसन पर सुनवाई हुई. दोनों पक्षों को सुनने के बाद इंडियानापोलिस की अदालत ने उन्हें आज ही के दिन यानी 10 फरवरी 1992 को बलात्कार का दोषी ठहराया. अदालत ने 26 मार्च 1992 को उन्हें 6 साल की सजा सुनाई.
जेल में रहने के दौरान टाइसन की जिंदगी में शायद बदलाव भी आया. जेल में रहते हुए टाइसन ने कम्युनिस्ट क्रांतिकारी माओ झे डोंग और अमेरिकी नेता मालकोम एक्स के बारे में पढ़ाई की. जेल में ही रहते हुए टाइसन ने इस्लाम धर्म कबूल लिया. तीन साल की सजा काटने के बाद टाइसन को 1995 में जेल से रिहा कर दिया गया. जेल से रिहा होने के बाद टाइसन ने विश्व हैवीवेट चैंपियन का अपना खिताब वापस जीत लिया लेकिन अगले ही साल यानी 1996 में इवांडर होलीफील्ड से हारकर गंवा भी दिया. 1997 में होलीफील्ड के साथ एक और मुकाबले में टाइसन ने होलीफील्ड के कान में काट लिया जिसके लिए टाइसन पर जुर्माने के अलावा प्रतिबंध भी लगा. बॉक्सिंग रिंग के बाहर टाइसन गलत वजहों से ही सुर्खियों में बने रहे. 1998 में मोटरचालकों से लड़ाई के आरोप में भी वह जेल की सजा काट चुके हैं. साल 2005 में उन्होंने मुक्केबाजी से संन्यास ले लिया. माइक टाइसन का जन्म 1966 में ब्रुकलिन में हुआ था. 19 साल की उम्र में टाइसन ने मुक्केबाजी में अपना व्यावसायिक करियर शुरू किया. 1986 में टाइसन 20 वर्ष की आयु में ट्रेवर बारबिक को हराकर सबसे कम उम्र के विश्व हैवीवेट चैंपियन बने.