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आयरलैंड में दुराचार के लिए पोप के जांचकर्ता तय

१ जून २०१०

आयरलैंड के कैथलिक गिरजे में बच्चों के साथ दुराचार की घटनाओं के लिए पोप बेनेडिक्ट ने अब जांचकर्ताओं की घोषणा की है. इनमें दो कार्डिनलों के अलावा तीन आर्चबिशप शामिल हैं. गर्मियों के बाद यह जांच शुरू होगी.

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तस्वीर: AP

इस जांच की पहल मार्च में ही शुरू हो गई थी, जब पोप ने गिरजे के तहत बच्चों के साथ यौन दुराचार के बारे में आयरिश जनता के नाम एक खुला पत्र भेजा था. इसके चलते तीन आयरिश बिशपों को इस्तीफ़ा देना पड़ा था.

सोमवार को वैटिकन से जारी की गई एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पहले आरमाघ, डबलिन, कैशेल-एमली व टुआम में जांच की जाएगी, बाद में अन्य डायोसीज़ों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि पादरियों द्वारा दुराचार के दुखांत मामलों से पैदा हुई परिस्थितियों से वैटिकन पर्याप्त रूप से निपटना चाहता है और वह आयरिश गिरजे में आध्यात्मिक व नैतिक नवीकरण की प्रक्रिया में मदद करना चाहता है.

जांचकर्ताओं के इस दल में वेस्टमिनिस्टर के सेवानिवृत्त आर्चबिशप कार्डिनल कोरमैक मर्फ़ी ओकोनर, बोस्टन के कार्डिनल शन पैट्रिक ओमैली, टोरोंटो के आर्चबिशप थॉमस क्रिस्टोफ़र कॉलिंस, ओटावा के आर्चबिशप थॉमस प्रेंडरगास्ट और न्यूयार्क के आर्चबिशप टिमोथी डोलान शामिल हैं.

इससे पहले आयरिश सरकार की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि डबलिन के आर्चडायोसीज़ में 1975 से 2004 के बीच बच्चों के साथ व्यापक स्तर पर यौन दुराचार हुआ है. आयरलैंड के कैथलिक गिरजे ने इन्हें छिपाने की भरसक कोशिश की थी.

वैटिकन की विज्ञप्ति में कहा गया है कि जांच के दौरान पीड़ितों की मदद व ऐसे मामलों की गहराई में छिपे सवालों पर भी ध्यान दिया जाएगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: ओ सिंह