आडवाणी ने दिग्विजय सिंह को आड़े हाथ लिया
२६ जून २०११अपने ताजा ब्लॉग में आडवाणी ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके बयान से लगता है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कुर्सी नेहरु-गांधी परिवार के वारिस के लिए खाली कर देनी चाहिए. "मेरे विचार में किसी अन्य लोकतंत्र में शायद ही कभी ऐसा हो कि सत्ताधारी पार्टी का महासचिव इस तरह का बयान देने का साहस करे. एक साम्यवादी देश में ऐसा हो सकता है लेकिन वहां भी इस तरह के बयान देना नासमझी ही माना जाएगा."
भारतीय जनता पार्टी नेता ने कहा कि मनमोहन सिंह के अलावा कुछ प्रधानमंत्री हुए हैं जिन्हें कांग्रेस ने ही पीएम पद के लिए चुना लेकिन फिर भी कोई अन्य नेता उनके खिलाफ ऐसा बयान नहीं देता. "हर कोई जानता है कि मनमोहन सिंह की तरह चंद्रशेखर, एचडी देवेगौड़ा, आईके गुजराल को कांग्रेस ने ही प्रधानमंत्री बनवाया लेकिन जब वे प्रधानमंत्री पद पर रहे तो किसी भी कांग्रेस महासचिव ने उनके खिलाफ क्या ऐसा बयान दिया. और अगर ऐसा बयान दिया गया होता तो क्या वह अपने पद पर बने रहते."
अपने बयानों के जरिए खबरों में बने रहने वाले कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी एक नेता के रुप में परिपक्व हो चुके हैं और प्रधानमंत्री बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. दिग्विजय सिंह के मुताबिक राहुल सात-आठ साल से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं और देश की समस्याओं को अच्छी तरह समझते हैं. हालांकि अपने बयान पर उठे विवाद के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह भी अच्छे प्रधानमंत्री हैं.
लेकिन आडवाणी बयान पर दिग्विजय सिंह की सफाई से संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि पहले गैरजिम्मेदाराना बयान देकर उसे वापस ले लिया, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ कर दी लेकिन आखिर में यह भी जोड़ दिया कि वह अपने जीवनकाल में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बने हुए देखना चाहते हैं. आडवाणी ने इसे बेहूदा करार दिया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार