आज इस्तीफे सौंप देंगे डीएमके के मंत्री
७ मार्च २०११डीएमके संसदीय दल के नेता टीआर बालू ने बताया कि रविवार को वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणव मुखर्जी ने उन्हें फोन किया और अपील की डीएमके को यूपीए सरकार से हटने के अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए. बालू ने बताया कि उन्होंने मुखर्जी से कहा कि यह फैसला सभी बातों पर गहन विचार करने के बाद पार्टी की उच्चाधिकार प्राप्त कमेटी ने लिया है.
बालू ने मुखर्जी से यह भी कहा कि वह उनकी राय को डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि तक पहुंचा देंगे. अप्रैल में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर मतभेदों के कारण कांग्रेस और डीएमके का गठबंधन टूट रहा है. डीएमके कांग्रेस को 60 सीटें देना चाहती थी लेकिन कांग्रेस 63 की मांग कर रही है.
डीएमके के सूत्रों को दोनों पार्टियों का गठबंधन बचने की उम्मीद बहुत कम है. कांग्रेस महासचिव और तमिलनाडु मामलों के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने रविवार रात मुखर्जी से बात की और राज्य के हालात पर चर्चा की. दोनों नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री से मिल कर उन्हें स्थिति से अवगत कराएंगे.
वहीं डीएमके ने अपना रुख कड़ा कर दिया है. वह इस रुख को भी नहीं दोहरा रही है कि अगर कांग्रेस की मांग 60 सीटों तक सीमित रहे और वह अपनी मर्जी से सीटें चुनने की जिद छोड़ दे तो बात बन सकती है. पीएमके और कई छोटी पार्टियों के साथ मिल कर चुनाव लड़ने जा रही डीएमके अपने गठबंधन में वामपंथी पार्टियों को भी शामिल करने के संकेत दे रही है.
केंद्रीय मंत्री करुणानिधि के बेटे अलागिरी ने चेन्नई में कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि कांग्रेस मतभेदों को दूर करने के लिए कदम बढा़एगी. जब सरकार से मंत्रियों को हटाए जाने के फैसले के बारे में उनसे पू्छा गया तो अलागिरी ने कहा, "मैं खुश हूं." उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस से गठबंधन टूट जाने से चुनाव में डीएमके के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं होगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम