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अवॉर्ड के लिए फिल्में नहीं करतीः प्रियंका

२१ मार्च २०१०

बॉलीवुड अदाकारा प्रियंका चोपड़ा का कहना है कि वह हमेशा ऐसी फ़िल्में चुनती हैं जिनमें मास और क्लास यानी हर वर्ग के दर्शक के लिए कुछ न कुछ हो. प्रियंका कहती हैं कि वह अवॉर्ड को ध्यान में रखकर फिल्में साइन नहीं करतीं.

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अपने करियर से खुश हैं प्रियंकातस्वीर: AP

हाल ही में मधुर भंडारकर की फिल्म 'फैशन' के लिए प्रियंका चोपड़ा को पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुस्कार दिया गया. इस फिल्म में उन्होंने एक छोटे शहर की ऐसी लड़की का किरदार निभाया जो फैशन की दुनिया में अपना नाम कमाना चाहती है.

'व्हाट्स योअर राशि' और 'प्यार इंपोसिबल' जैसी मसाला फिल्मों में काम करने के अलावा प्रियंका ने विशाल भारद्वाज की 'कमीने' में महाराष्ट्रियन लड़की की दमदार भूमिका से भी फिल्मी जानकारों को हैरान किया. वह कहती हैं, ''मैं अपने करियर में हमेशा से ही अलग अलग किरदार निभाना चाहती हूं. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे एक तरफ़ तो रणबीर कपूर के साथ सिद्धार्थ आनंद की 'अंजाना अजनबी' जैसी फिल्मों में काम करने को मिलता है तो दूसरी तरफ़ विशाल जी के साथ भी मैं काम कर रही हूं. शुक्र है कि सब कुछ बहुत अच्छी तरह चल रहा है.''

27 साल की प्रियंका विशाल भारद्वाज की अगली फिल्म 'सात खून माफ' में भी काम कर रही हैं जो रस्किन बॉन्ड की कहानी पर बनी है. इस फिल्म में वह ऐसी लड़की की भूमिका निभा रही है जो सात लोगों से इसलिए शादी करती है ताकि एक एक कर उन्हें मार सके.

प्रियंका ने अब तो बॉलीवुड में अच्छा खासा वक्त बिता लिया है लेकिन उनके लिए यह समझना अब भी आसान नहीं है कि किस फिल्म को लोग सराहेंगे और किस को खरी खोटी सुननी पड़ेगी. वह कहती हैं, ''मैं यह सोच कर फिल्में नहीं करती हूं कि वे मुझे अवॉर्ड दिलाएंगी. ज़ाहिर सी बात है कि जब पुरस्कार मिलते हैं तो अच्छा ही लगता है, लेकिन मैं अपने काम के बारे में अब तक कोई राय नहीं बना पाई हूं.''

रिपोर्टः एजेंसिंया/ए कुमार