अमेरिका विरोधी हिंसा की चेतावनी
२ मई २०११अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि लादेन की मौत के बाद अमेरिका विरोधी हिंसा में तेजी आ सकती है. अपने नागरिकों को चेतावनी देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, ''नागरिकों से अनुरोध है कि वे बाहर जाने से बचें. भीड़ या प्रदर्शन में शामिल होने से भी दूर रहें.'' दुनिया भर में फैले अमेरिकी दूतावास भी एहतियात के लिए कुछ सख्त कदम उठा सकते हैं.
लादेन की मौत का एलान खुद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया. ओबामा के एलान के फौरन बाद ही वॉशिंगटन में आधी रात को हजारों लोग जमा हो गए. आम लोग लादेन की मौत का जश्न मनाने लगे. कइयों के हाथ में अमेरिकी झंडे थे और जुबान पर 'यूएसए, यूएसए' का नारा. वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की एक छात्रा लॉरा वोल्गर ने कहा, ''मैं इतिहास की साक्षी बनी हूं. मैं वाकई गर्व महसूस कर रही हूं.''
न्याय हुआ
न्यूयॉर्क में ट्विन टावर वाली जगह ग्राउंड जीरो पर करीब 3,000 लोग जमा हुए. जश्न में शामिल एक व्यक्ति ने कहा, ''9/11 हमलों में मारे गए लोगों और हम सभी के साथ 10 साल बाद न्याय हुआ है.'
11 सितंबर 2001 को अल कायदा ने दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला कर अमेरिका को सन्न कर दिया. न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की गगनचुंबी इमारतों से हवाई जहाज टकराए और देखते ही देखते ट्विन टावर धूल के गुबार के साथ ध्वस्त हो गए.
इस हमले ने अमेरिका और पश्चिमी जगत को आतंकवाद के असल खतरे का सबूत दिया. अमेरिका और पश्चिमी देशों की सेनाएं लादेन को पकड़ने अफगानिस्तान गईं. वहां से पाकिस्तान की सीमा की तरफ बढ़ीं. ड्रोन हमले शुरू किए. 10 साल बाद आखिरकार पाकिस्तान में लादेन मिला और मारा गया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार