अब लद्दाख में भिड़े भारत चीन के सैनिक
१६ अगस्त २०१७कश्मीर में भारत और चीन के सैनिकों की ताजा झड़प उस वक्त हुई जब भारत अपनी स्वाधीनता की 70वीं सालगिरह मना रहा था. लद्दाख के जिस इलाके में दोनों देशों के सैनिक भिड़े, वह सैलानियों की पसंदीदा सैरगाह है. भारतीय सेना के एक अधिकारी ने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि चीनी सैनिकों ने दो बार इलाके में घुसने की कोशिश की लेकिन उन्हें वापस धकेल दिया गया. सेना के अधिकारी ने कहा, "छोटी सी घटना हुई है. चीन की तरफ से पथराव किया गया लेकिन जल्दी ही स्थिति नियंत्रण में कर लिया गया." उन्होंने ये भी कहा कि मामूली झड़प के बाद दोनों पक्ष अपने अपने ठिकाने पर लौट आये.
जम्मू कश्मीर पुलिस का कहना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस तरह की झड़पें आम बात हैं. श्रीनगर में एक पुलिस सूत्र ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "गर्मियों के मौसम में इस तरह की झड़पें होती हैं लेकिन यह थोड़ा लंबा और गंभीर था, पर हथियारों का प्रयोग नहीं हुआ." पुलिस और सेना के मुताबिक चीनी सैनिक पांगोंग झील के इलाके में घुसने की कोशिश कर रहे थे. यह इलाका तिब्बत के पठार में करीब 4000 मीटर की ऊंचाई पर है.
भारतीय मीडिया में ये भी खबर आ रही है कि आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होने वाली भारत और चीन के सैनिकों की मुलाकात में भी चीन ने शामिल होने से इनकार कर दिया. 2005 के बाद ये पहला मौका है जब दोनों देशों के सैनिक इस मौके पर नहीं मिले.
दोनों देशों के सैनिक पहले से ही एक दूसरे की तरफ उत्तर पूर्व के डोकलाम में संगीनें तान कर खड़े हैं. हालांकि वहां भी अभी तक किसी पक्ष ने बल प्रयोग नहीं किया है. दोनों देशों के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब चीनी सैनिकों ने डोकलाम क्षेत्र में एक सड़क बनाना शुरू किया. इस इलाके को लेकर चीन और भूटान के बीच विवाद है. भारत भूटान का करीबी सहयोगी देश है. उसने अपने सैनिक तैनात कर दिये और चीन की निर्माण योजना को रोक दिया. तब चीन ने भारतीय सेना पर अपनी सीमा के आगे चीनी क्षेत्र में दखल देने का आरोप लगाया. अब चीन कह रहा है कि भारत अपने सैनिकों को पहले वापस ले जाये तभी दोनों पक्षों में बातचीत होगी. उधर भारत का कहना है कि चीनी सैनिकों के इलाके में घुसने के बाद ही उसने अपने सैनिक इस इलाके में भेजे हैं. भारत इस बात पर अड़ा है कि दोनों देशों के सैनिक वापस जाएं.
एनआर/एमजे (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)