अब नहीं होगी लव परेड !
२५ जुलाई २०१०लव परेड इलैक्ट्रोनिक म्यूजिक के सबसे बड़े फेस्टिवलों में से एक है. लेकिन शनिवार को फेस्टिवल ग्राउंड तक जाने वाली सुरंग के पास नियंत्रण से ज्यादा भीड़ जमा हो गई और इसके बाद अचानक वहां भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे को रौंदते हुए भागने की कोशिश करने लगे और इसी में कम से कम 19 लोगों की जान चली गई और लगभग 300 लोग घायल हो गए.
इस परेड में आम तौर पर युवा लोग शामिल होते हैं. हादसा शनिवार शाम लगभग पांच बजे हुआ.रविवार को ड्यूसबर्ग में लवपरेड के आयोजकों में से एक रैनर शालर ने कहा, "इस हादसे मुझे कितना धक्का लगा है, यह बताने के लिए शब्द काफी नहीं हैं." उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना के निश्चित कारणों का पता लगाया जाएगा. शालर के मुताबिक अब लव परेड का आयोजन नहीं होगा.
इस बीच पुलिस ने बताया है कि भगदड़ में मारे गए लोगों में चार विदेशी सैलानी भी शामिल हैं जिनका संबंध नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली और चीन से है. हालांकि इन सभी की अभी पहचान नहीं हुई है. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या शहर प्रशासन लव परेड में हिस्सा लेने वाले 14 लाख लोगों की भीड़ को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं था. यह फेस्टिवल एक पूर्व कार्गो रेलवे स्टेशन के ग्राउंड में हुआ जहां पहुंचने का रास्ता एक सुरंग से होकर जाता है.
एक चश्मदीदी जांडहोएफर ने बताया, "फेस्टिवल में भारी अव्यवस्था थी." वहीं ड्यूसबर्ग में रहने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि इस तरह के लचर आयोजन के जरिए ड्यूसबर्ग ने खुद को शर्मिंदा किया है. लेकिन शहर के मेयर अडोल्फ जाउरलैंड का कहना है कि उनकी तरफ से सारा बंदोबस्त ठीकठाक था. उन्होंने कहा, "यह खामी सुरक्षा व्यवस्था की नहीं थी, बल्कि इसके लिए व्यक्तिगत कमियां जिम्मेदार हैं."
जर्मन राष्ट्रपति क्रिस्टियान वुल्फ ने मामले की पूरी तरह जांच करने को कहा है. जर्मन चांसलर पहले ही इस मामले पर गहरा दुख जता चुकी हैं. अंगेला मैर्केल ने कहा, "इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं. मैं उनके दुख में साझीदार हूं और मेरी सहानुभूति उनके साथ है."
उधर पोप ने भी ड्यूसबर्ग की दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है. जर्मन मूल के पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने कहा, "मैं अपनी प्रार्थनाओं में उन नौजवान लोगों को याद करता हूं जिन्होंने अपनी जानें गंवाई हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एस गौड़