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अकबर से प्रताप तक, नाम की आड़ में धर्म की राजनीति

१८ मई २०१६

सरकारी योजनाएं हों या प्रमुख पुरस्कार, भारत में विश्वविद्यालयों, हवाईअड्डों, स्टेडियमों से लेकर सड़कों तक के नाम में हर ओर गांधी और नेहरू ही दिखते हैं. क्या इनके नाम बदल कर बीजेपी केवल इस तस्वीर को बदलना चाहती है?

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Indien Wahlen Wahlplakat von Sonia Gandhi
तस्वीर: Reuters

भारत के विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने अब 'अकबर रोड' का नाम 'महाराणा प्रताप रोड' किए जाने की मांग कर दी है. 16वीं शताब्दी में मेवाड़ के राजपूत शासक रहे महाराणा प्रताप को "वास्तव में धर्मनिरपेक्ष" और "जनता का प्यारा" बताते हुए सिंह ने कहा कि "कई पीढ़ियों को प्रेरित करने वाले" को वैसा सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे. सिंह ने दिल्ली की एक सड़क का नाम बदल कर महाराणा प्रताप के नाम पर किए जाने की मांग को लेकर शहरी विकास मंत्री को पत्र लिखा है. इसके पहले हरियाणा सरकार भी ऐसी मांग कर चुकी है.

शहरी विकास मंत्री वैंकैया नायडु को लिखे पत्र में सिंह कहते हैं कि महाराणा प्रताप, "ना केवल मुगल राजा अकबर की ताकत को रोकने में महत्वपूर्ण रहे बल्कि वह एक सच्चे धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति और जनता के नेता थे." सिंह ने मंत्री नायडु से "भारत के इस महान पुत्र" के सम्मान में अकबर रोड या लुटियंस दिल्ली की किसी और सड़क का नाम महाराणा प्रताप रोड रखने की मांग की है.

सेना के पूर्व जनरल सिंह ने कहा, "मुझे लगता है कि कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व जैसे महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी आदि को कहीं ज्यादा सम्मान और पहचान मिलनी चाहिए, जिसके वे हकदार हैं." पिछले साल भारत की केंद्र सरकार ने औरंगजेब रोड का नाम बदल कर भूतपूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम कर दिया था.

औरंगजेब रोड का नाम बदले जाने के कदम की कुछ लोगों ने आलोचना भी की थी. लेकिन इस बार नाम बदले जाने को लेकर उससे कहीं ज्यादा बहस छिड़ी है. कई लोगों का मानना है कि चुन चुन कर मुसलमान शासकों के नाम बदल कर हिंदू राजाओं के नाम रखे जाने के पीछे सत्ताधारी बीजेपी का हिंदुत्ववादी अजेंडा काम कर रहा है. तो वहीं बीजेपी नेता इस तरह मांग के समर्थन में दिख रहे हैं.

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर ने इस मांग की प्रतिक्रिया ट्विटर पर देते हुए, गांधी परिवार के नाम पर देश भर के कई महत्वपूर्ण संस्थानों, पुरस्कारों, जगहों का नामकरण किए जाने को लेकर अपनी आपत्ति जाहिर की.

कपूर का कहना है कि देश के लिए महत्वपूर्ण चीजों का नाम उन लोगों के नाम पर रखा जाना चाहिए जिन्होंने देश के प्रति बड़े योगदान दिए हों. जैसे राज कपूर ने जीते जी और मरने के बाद भी सालों साल पूरी दुनिया में भारत का नाम ऊंचा किया.

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में विमानन मंत्री ए गजपति राजू पहले ही हैदराबाद के हवाईअड्डे का नाम राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से बदल कर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रसिद्ध अभिनेता स्वर्गीय एनडी रामा राव के नाम पर रखे जाने की मांग कर चुके हैं.

इस कदम को कांग्रेस के नेताओं की ओर निशाना साधने की बीजेपी की कोशिश भी कहा जा रहा है. मोदी सरकार के सत्ता में आने के दो साल में कई राष्ट्रीय योजनाओं के नाम बदले गए हैं. ब्रिटिश राज से आजादी के बीते करीब 70 सालों में अब तक लगभग सभी बड़े नामकरण जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी या राजीव गांधी के नाम पर ही होते रहे हैं.

आरपी/वीके (पीटीआई)