अंतरिक्ष में कचरे का खतरा
८ मई २०१३यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) का कहना है कि यदि उपग्रहों और रॉकेटों से होने वाले अंतरिक्ष के कचरे को पृथ्वी की कक्षा से साफ नहीं किया गया तो दुर्घटनाओं का खतरा रहेगा और उपग्रह ऑपरेटर्स को करोड़ों का नुकसान हो सकता है और मोबाइल तथा जीपीएस नेटवर्कों का भट्टा बैठ सकता है.
इस समय कचरे का जो घनत्व है, उससे पांच साल में एक बार इन ऑर्बिट टक्कर होने की संभावना है. लेकिन जर्मनी में ईएसए के एक सम्मेलन में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार कचरे के बढ़ने से इस तरह की दुर्घटनाओं की संभावना बहुत बढ़ जाएगी.
इस शोध रिपोर्ट के अनुसार हर साल अंतरिक्ष से पांच से दस बड़ी वस्तुओं को हटाने की जरूरत है ताकि टक्कर के खतरे को कम करने के अलावा उससे पैदा होने वाले छोटे छोटे टुकड़ों के अंतरिक्ष में फैलने के जोखिम को भी कम किया जा सके. ये टुकड़े ज्यादा नुकसान कर सकते हैं.
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 10 सेंटीमीटर से बड़े 29,000 टुकड़े पृथ्वी का चक्कर काट रहे हैं. ये टुकड़े 25,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की कक्षा में घूम रहे हैं जो यात्री विमानों की रफ्तार से 40 गुना ज्यादा है. इस रफ्तार पर छोटे से छोटा टुकड़ा भी विमान या उपग्रह जैसी चीज को नष्ट कर सकता है.
विमान से टक्कर से हुई तो बहुत सारी निर्दोष जानें जा सकती हैं जबकि उपग्रह के नष्ट होने से उसकी भरपाई करने पर अरबों का खर्च हो सकता है. वैज्ञानिकों को यह भी आशंका है कि इससे मोबाईल फोन की संरचना या जीपीएस में बाधा पड़ने से पूरी संचार व्यवस्था ठप पड़ सकती है.
यूरोपीय स्पेस एजेंसी के स्पेस डेब्रिज विभाग के प्रमुख हाइनर क्लिंकराड कहते हैं, "कुछ ही दशकों में बड़ी वस्तुओं के बीच टक्कर होने की संभावना है, जिसकी वजह से छोटे छोटे टुकड़ें पैदा होंगे जो और नुकसान करेंगे." क्लिंकराड का कहना है कि ऐसा होने को रोकने का एक ही उपाय है, अंतरिक्ष में जाना और कचरे को वहां से वापस लाना.
घूम रहे कचरे में इंसान द्वारा अंतरिक्ष में छोड़कर आया गया कचरा, रॉकेट लॉन्चरों के टुकड़े और निष्क्रिय पड़े उपग्रह और पिछली टक्करों में टूटे कल पुर्जे हैं. अंतरिक्ष के कचरे पर चल रही रिसर्च में विश्व भर की अंतरिक्ष एजेंसियां सहयोग कर रही हैं. यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने 2012 में क्लीन स्पेस मुहिम शुरू की है, जिसका लक्ष्य अंतरिक्ष से कचरे को हटाने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए तकनीकी का विकास करना है.
क्लिंकराड का कहना है कि अंतरिक्ष से कचरे को हटाने के लिए शोधकर्ता विभिन्न विकल्पों पर काम कर रहे हैं. लेकिन इस मिशन पर जाने और कचरे को वापस लाने के लिए धन जमा करने का फैसला ईएसए के 20 सदस्यों को करना होगा जिसमें जर्मनी, फ्रांस, इटली और ब्रिटेन शामिल हैं. अंतरिक्ष से कचरा हटाने की मांग निजी कंपनियों के लिए एक अवसर पैदा कर सकती है. लेकिन अंतरिक्ष के कचरे से जुड़े कानूनी सवालों पर पर भी बहस करनी होगी.
एमजे/ओएसजे(रॉयटर्स)