परमाणु कार्यक्रम रोक सकता है उत्तर कोरिया
२५ अप्रैल २०१९उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से पहली बार मिलने के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने बताया कि उन दोनों के बीच कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त करने, अमेरिका और उसके प्रतिबंधों के बारे में बातचीत हुई. पुतिन के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी मिले तो किम अपने परमाणु कार्यक्रमों को खत्म करने को भी तैयार हैं, अगर गारंटी एक बहुराष्ट्रीय ढांचे के भीतर दी जाए.
रूसी समाचार एजेंसी ने लिखा है कि मेजबान रूस का धन्यवाद करते हुए किम ने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि हमारी उपयोगी और सृजनात्मक बातचीत ऐसे ही जारी रहेगी." हनोई में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका के साथ अपने सम्मेलन के असफल रहने के बाद उत्तर कोरियाई नेता इस समय नए साझेदारों की तलाश में हैं. अमेरिका चाहता है कि उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के रास्ते पर चले जबकि उत्तर कोरिया को उसकी अर्थव्यवस्था का गला घोंट रहे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से छुटकारा चाहिए.
उत्तर कोरिया के रूस के साथ संबंध परंपरागत रूप से अच्छे रहे हैं. फिर भी किम ने रूस जाने का निमंत्रण अब जाकर स्वीकार किया. इसके पहले भी रूस की ओर से उन्हें मई 2018 में न्योता भेजा गया था. एक घंटे चली अपनी पहली मुलाकात में दोनों नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव को लेकर भी आपस में बात की.
कार्नेगी मॉस्को सेंटर के अलेक्जांडर गाबुएव बताते हैं कि रूस भी कोरिया का परमाणु कार्यक्रम खत्म करवाना चाहता है क्योंकि उसे डर है कि कहीं वे इसकी तकनीक आतंकवादी गुटों को ना बेच दे. इसी मांग को लेकर डिप्लोमैटिक प्रयासों के विफल होने के बाद से अमेरिका के साथ उत्तर कोरिया का तनाव बना हुआ है. इसी महीने किम ने मांग की थी कि उनके साथ बातचीत के लिए नियुक्त मुख्य वार्ताकार के रूप में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो को बदल कर किसी "और परिपक्व" व्यक्ति को लाया जाए.
दूसरी ओर, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने दो हफ्ते तक चलने वाला अपना संयुक्त वायुसेना अभ्यास शुरु किया है. किम ने अपनी सेना द्वारा इसकी "समुचित प्रतिक्रिया" देने की बात कही है. इन देशों के संयुक्त सैन्य अभ्यासों को उत्तर कोरिया हमेशा अपने खिलाफ उकसावे की कार्रवाई के रूप में देखता रहा है.
आरपी/आईबी (रॉयटर्स, डीपीए)